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24-11-16

नालंदा विश्वविद्दालय की विशिष्ट प्रकृति एवं मुल भावना को अक्षुण्ण रखते हुये केंद्र सरकार को सकारात्मक कदम उठाना चाहिये


मुख्यमंत्री श्री नीतीश ने नालंदा विश्वविद्दालय के कुलाधिपति श्री जॉर्ज यो के त्याग पत्र देने एवं इससे संबंधित घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा है की इस पुरे प्रकरण से विश्वविद्दालय किस दिशा में जा रहा है, इसको लेकर संशय का माहौल बन गया है | उन्होंने कहा है की यदि इस विश्वविद्दालय के गठन के समय से जुड़े सभी व्यक्ति इसे छोड़ देंगे तो 'आइडिया ऑफ़ नालंदा' की मुल भावना प्रभावित होगी | मुख्यमंत्री ने नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के रूप में श्री अमर्त्य सेन एवं श्री जॉर्ज यो के योगदान की प्रशंसा करते हुये कहा की नालंदा विश्वविद्यालय का गठन बिहार सरकार की पहल पर किया गया था और इस विश्वविद्यालय का ऐतिहासिक एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व है |

मुख्यमंत्री ने कहा की नालंदा विश्वविधालय की बुनियादी बातें, इसकी विशिष्ट प्रकृति एवं मुल भावना को अक्षुण्ण रखते हुये केन्द्र सरकार को सकारात्मक कदम उठाना चाहिये, जिससे नालंदा की गरिमामय इतिहास को दृष्टिगत रखते हुये विश्वविधालय का और विकास हो सके | राज्य सरकार इसके सर्वागीण विकास के लिए पूर्ण रूप से प्रयासरत है | उन्होंने आशा व्यक्त की है की केन्द्र सरकार इन तथ्यों को ध्यान रखते हुये आवश्यक कारवाई करेगी |