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09-12-16

लोगों के पास जाकर और उनकी बातों को सुनकर नई योजनाओं पर कार्य करने की प्रेरणा मिलती है:- मुख्यमंत्री


मुख्यमंत्री श्री नीतीष कुमार ने आज कटिहार जिला के राजेन्द्र स्टेडियम में चेतना सभा को संबोधित करते हुये कहा कि सर्वप्रथम मैं इस धरती को प्रणाम करता हूॅ तथा चेतना सभा में आने लिये आप सबका अभिनंदन करता हूॅ। उन्होंने कहा कि हम निष्चय यात्रा पर निकले हैं। यह यह खुद देखना चाहते हैं कि जिन योजनाओं को हमने स्वीकृत किया है, उन्हें सरजमीं पर किस तरह से क्रियान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिये बहुत काम किया गया है। हमने दस साल तक जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम चलाया। विभिन्न स्तर के अधिकारियों के लिये भी जनता की षिकायत सुनने के लिये दिन निर्धारित किया गया था। अब हमें महसूस हुआ कि इससे आगे जाना है। उन्होंने कहा कि षिक्षा के क्षेत्र में भी काफी सुधार किया गया है। स्कूलों के नये भवन बनाये गये, चार लाख षिक्षकों का नियोजन हुआ। पहले स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों की संख्या 12.5 प्रतिषत थी, जो अब घटकर 1 प्रतिषत से भी कम रह गयी है। षिक्षा को बढ़ावा देने के लिये अनेक योजनायें बनायी गयी। उन्होंने कहा कि लड़कियों के षिक्षा को बढ़ावा देने के लिये मध्य विद्यालय के स्तर पर पोषाक योजना लागू की गयी। हम चाहते थे कि लड़कियाॅ आगे तक पढ़ें इसलिये 9वीं कक्षा में लड़कियों के लिये साइकिल योजना लागू की गयी। पहले पटना, कटिहार, पूर्णिया में लड़कियाॅ साइकिल नहीं चलाती थी। आज गाॅव-गाॅव में लड़कियाॅ साइकिल चलाकर स्कूल जाती हैं। गाॅव का माहौल बदल गया है। इस योजना की शुरूआत में 9वीं कक्षा में पढ़ रही लड़कियों की संख्या एक लाख 70 हजार थी। यह पिछले साल ही आठ लाख पन्द्रह हजार हो गयी है। उन्होंने कहा कि बिहार को आगे ले जाने के लिये काम होना चाहिये। यह मेरा हमेषा प्रयास रहता है, इसके लिये मैं यात्रा पर निकलता हूॅ। मैंने विभिन्न यात्रायें की हैं। लोगों के पास जाता रहा हूॅ, उनकी बातें सुनता हूॅ। उसका आकलन करता हूॅ, जिसके आधार पर नई योजनाओं पर कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि गाॅव तक सड़क निर्माण हो गया है। अब गाॅव के अंदर भी कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमने सात निष्चय को महागठबंधन के साझा कार्यक्रम में शामिल किया। सरकार बनने के बाद हमने उस पर काम करना शुरू किया। सात निष्चय को भावी कार्यक्रम के रूप में शुरू किया गया। इसे क्रियान्वित करने के लिये योजनायें बनायी गयी। उन पर अमल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गाॅव में पक्की सड़क एवं नाली का निर्माण होगा। हर घर नल का जल उपलब्ध होगा। पहले नल का जल सिर्फ शहरों में उपलब्ध होता था। गाॅव के लोग सोचते थे कि उन्हें भी नल का जल उपलब्ध होना चाहिये। हर घर नल का जल येाजना पर काम शुरू हो गया है। अपने निष्चय यात्रा के क्रम में हम देख रहे हैं कि काम किस तरह चल रहा है। उन्होंने कहा कि अभी योजनाओं का क्रियान्वयन शुरू हुआ है। शुरू में क्या कठिनाई आ रही है, उसे देखना चाहते हैं। उसे दूर करने के लिये उस पर काम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब किये जा रहे कार्यों को देखने के लिये निकले हैं। उन्होंने कहा कि अगर हर घर में नल का जल हो एवं हर घर में शौचालय हो तो नब्बे प्रतिषत बीमारी कम हो जायेगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि षिक्षा के क्षेत्र में काम किया जा रहा है। अभी मात्र तेरह प्रतिषत छात्र ही 12वीं के बाद आगे पढ़ पाते हैं। उन्होंने कहा कि हमलोगों का लक्ष्य है कि इच्छुक बच्चे जो भी 12वीं के आगे पढ़ना चाहते हैं, उन्हें चार लाख रूपये तक की सीमा का स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करायेंगे। कुछ युवा ऐसे भी हैं जो आगे पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं एवं रोजगार की तलाष में हैं। वैसे 20 से 25 साल के युवा जो रोजगार की तलाष कर रहे हैं, उन्हें दो साल तक एक हजार रूपये प्रतिमाह स्वयं सहायता भता दिया जायेगा। आज जरूरत है कम्प्यूटर पर काम करने का, ज्ञान, संवाद कौषल एवं व्यवहार कौषल का। युवाओं को इसका प्रषिक्षण दिया जायेगा। प्रखण्ड में कौषल विकास केन्द्र खोला गया है। युवाओं के कौषल विकास के लिये कुषल युवा कार्यक्रम की शुरूआत की गयी है। उन्होंने कहा कि इन सभी के लिये एक ही स्थान जिला निबंधन एवं परामर्ष केन्द्र पर आवेदन देना होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर से इस योजना की शुरूआत की गयी है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत जिला निबंधन एवं परामर्ष केन्द्र पर दिये जा रहे आवेदनों की भी समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुछ युवा अपना रोजगार करना चाहते हैं। वैसे उद्यमी युवाओं की सहायता के लिये पाॅच सौ करोड़ रूपये वेंचर कैपिटल फंड स्थापित किया गया है। आज इंटरनेट का जमाना है। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिये हर सरकारी विष्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराया जायेगा। फरवरी 2017 तक सरकारी विष्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करा दी जायेगी। उन्होंने कहा कि इस सुविधा का उपयोग ज्ञानवर्द्धन के लिये कीजिये। उन्होंने कहा कि हमारे युवा मेधावी हैं। यह सब सहायता जब उन्हें मिल जाती है तो हमारे युवा आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार ज्ञान की भूमि है। हम चाहते हैं कि फिर से बिहार से ज्ञान की रौषनी फैले। उन्होंने कहा कि देष भर में आयोजित होने वाली परीक्षाओं में बिहार के सबसे ज्यादा युवा पास करते हैं। युवा आगे बढ़ेंगे तो समाज आगे बढ़ेगा, बिहार आगे बढ़ेगा, देष आगे बढ़ेगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि चार साल के अंदर हर घर नल का जल, हर घर में शौचालय, हर गाॅव में पक्की गली-नाली येाजना को पूर्ण कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अगले साल के अंत तक हर घर में बिजली उपलब्ध करा दी जायेगी। सभी घरों का सर्वे करा लिया गया है। उन्होंने कहा कि मैं अपील करता हूॅ कि बिजली का सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि जब जरूरत हो तभी बिजली जलायें। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निष्चय में से एक निष्चय था महिलाओं को सरकार की सभी सेवाओं में 35 प्रतिषत आरक्षण देने का, जिसे मैंने इसी वर्ष जनवरी 2016 से लागू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पहले से भी पंचायती राज संस्थाओं तथा नगर निकाय चुनावों में महिलाओं को पचास प्रतिषत का आरक्षण दिया गया था। ऐसा करने वाला बिहार पहला राज्य है। अब केन्द्र भी इसको लागू करने वाला है, इसके लिये संविधान में संषोधन करने की बात की जा रही है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के अनुभव से मेरे मन में यह विचार आया कि क्यों नहीं बिहार केलोगों को अपने षिकायतों के निवारण के लिये कानूनी अधिकार दिया जाय। उन्होंने कहा कि पिछले साल हमने कानून बनाया और इसके नियम बनाये गये। इस वर्ष लोक नायक जयप्रकाष नारायण के सम्पूर्ण क्रांति के दिन 5 जून 2016 से लोक षिकायत निवारण अधिकार कानून को अमल में लाया गया। हर जिला एवं अनुमण्डलों में लोक षिकायत निवारण केन्द्र की स्थापना की गयी। उन्होंने कहा कि अब लोग अपनी षिकायत लोक षिकायत निवारण केन्द्र में देते हैं। उनकी षिकायत पर उन्हें एवं जिस विभाग से उनकी षिकायत संबंधित है, के अधिकारी को तिथि निर्धारित कर बुलाया जाता है। षिकायतकर्ता एवं अधिकारी को आमने-सामने बैठाकर षिकायतों का निष्पादन किया जाता है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था को आज हमने कटिहार जिला में देखा है। उन्होंने कहा कि लोक षिकायत निवारण केन्द्र पर मामले की सुनवाई हो रही थी। एक व्यक्ति जो 1978 में जमीन खरीदा था तथा उसे मालगुजारी रसीद मिल रहा था। 1980 के बाद मालगुजारी रसीद मिलना बंद हो गया। वो इधर-उधर घूमता रहा। इस बार उन्होंने लोक षिकायत निवारण केन्द्र पर अपने षिकायत से संबंधित आवेदन दिया। प्राप्त षिकायत के आलोक में नोटिस दिया गया। अब उन्हें रसीद कटना फिर शुरू हो गया है, यह है इस कानून का असर। उन्होंने कहा कि एक और मामले में षिकायतकर्ता के षिकायत पर कार्रवाई की गयी। षिकायतकर्ता का खाता खुल गया तथा रजिस्टर टू में भी उनकी जमीन से संबंधित जानकारी डाली गयी। उन्होंने कहा कि इस कानून से सभी को लाभ मिलेगा। ऐसा कानून लागू करने वाला बिहार पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि लोक षिकायत निवारण कानून के तहत प्राप्त होने वाले षिकायतों का माॅनिटरिंग पटना से भी किया जाता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल महिलाओं का ग्राम वार्ता सम्मेलन पटना में था, जहाॅ मैं अपना भाषण समाप्त कर बैठा ही था कि पीछे से महिलाओं ने आवाज दी कि शराबबंदी लागू कीजिये। मैंने पुनः माइक पर आकर कहा कि अगली बार सता में आऊॅगा तो शराबबंदी लागू करूॅगा। आपने पुनः दुबारा काम करने का मौका दिया। 20 नवम्बर को सरकार ने शपथ लिया। 26 नवम्बर को मद्य निषेध दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में यह एलान किया 1 अप्रैल 2016 से शराबबंदी लागू की जायेगी। 1 अप्रैल 2016 से ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्ण शराबबंदी लागू की गयी तथा 5 अप्रैल 201़6 से पूरे बिहार में शराबबंदी लागू की गयी। आज गाॅव का वातावरण कितना बदल गया है। शराबबंदी के बाद लोगों में खुषी है। पहले शाम में हल्ला-हंगामा होता था, आज वहाॅ शांति रहती है। मुख्यमंत्री ने बारात का उदाहरण देते हुये कहा कि पहले बारात के दौरान दरवाजा लगाने में घंटों लगता था। आज तुरंत दरवाजा लग जाता है। उन्होंने कहा कि आपके कहने पर ही शराबबंदी लागू हुआ है इसलिये निष्ंिचत मत होइयेगा, नजर रखियेगा। समाज में तरह-तरह के लेाग हैं। उन्होंने कहा कि लोग जो पहले शराब के व्यवसाय से जुड़े थे, वो अब क्या कर रहे हैं, इस पर भी नजर रखियेगा। उन्होंने कहा कि कानून की अपनी सीमा है। जन चेतना एवं जन समर्थन आवष्यक है। निष्ंिचत मत रहियेगा, सचेत रहियेगा। उन्होंने कहा कि शराबबंदी का काफी अच्छा असर हुआ है। शराबबंदी के बाद अपराध घट गया है। अप्रैल 2015 से नवम्बर 2015 की तुलना में शराबबंदी लागू होने के पष्चात अप्रैल 2016 से नवम्बर 2016 तक के आॅकड़ों को देखें तो हत्या में 24 प्रतिषत, डकैती में 26 प्रतिषत, लूट में 16 प्रतिषत, फिरौती एवं अपहरण में 48 प्रतिषत, दंगा में 37 प्रतिषत, सड़क दुर्घटना में 19 प्रतिषत की कमी आयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी से लोगों का पैसा जो बच रहा है, उसका सदुपयोग कर रहे हैं। सुधा डेयरी से प्राप्त आॅकड़ों के अनुसार शराबबंदी के पष्चात दूध की बिक्री में 11 प्रतिषत, रसगुल्ला में 16.5 प्रतिषत, पेड़ा एवं गुलाब जामुन में 15.5 प्रतिषत की वृद्धि हुयी है। उन्होंने कहा कि लेाग अब परिवार के लिये सिले कपड़े खरीदने लगे हैं। सिले कपड़ों की बिक्री में 44 प्रतिषत की वृद्धि हुयी है। सिलाई मषीन की बिक्री 19 प्रतिषत बढ़ी है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद घरेलू सामान की खपत बढ़ी है। 

मुख्यमंत्रीने कहा कि शराबबंदी की कुछ लोग आलोचना करते थे कि शराबबंदी से सरकार को पाॅच हजार करोड़ रूपये का घाटा है। मैं कहता हूॅ कि अगर सरकार को पाॅच हजार करोड़ रूपये का टैक्स आता था तो लेागों का शराब में दस हजार करोड़ रूपये बर्बाद हो जाता था। आज लोगों का वो पैसा बच रहा है। सात महीने में बिहार में टैªक्टर की बिक्री बढ़ गयी है। अब लेाग टैªक्टर खरीदकर कमाना चाहते हैं। दो पहिया एवं तीन वाहन की बिक्री बढ़ गयी है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद घर में परिवर्तन है। आज शांति का माहौल है। पहले शराब पीकर आते थे, आज शाम को शांति एवं सब्जी लेकर आते हैं। उन्होंने कहा कि जन चेतना को आगे बढ़ाना है। शराबबंदी से नषामुक्ति की तरफ आगे बढ़ना है। 21 जनवरी 2017 से दो माह तक नषामुक्ति का अभियान चलेगा। इस अभियान के तहत 21 जनवरी 2017 को मानव श्रृंखला बनेगा। लोग एक-दूसरे का हाथ पकड़कर खड़ा होंगे। बिहार के एक कोने से दूसरे कोने तक तथा जिलों के अंदर भी मानव श्रृंखला बनायी जायेगी। दुनिया की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला बनने वाली है। उन्होंने कहा कि 21 जनवरी को मानव श्रृंखला में लगभग दो करोड़ लोग एक साथ एक दूसरे का हाथ पकड़कर खड़े होंगे तो सोचिये क्या नजारा होगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि जब कोई बड़ा काम करोगे तो लोग पहले मजाक उड़ायेंगे, फिर उसका विरोध करेंगे और फिर साथ चल देंगे। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के लिये जो मानव श्रृंखला बनेगी, उसके बाद शराबबंदी का कोई विरोध नहीं होगा, यह मेरा विष्वास है। 

आयोजित चेतना सभा को जिला के प्रभारी मंत्री सह पषु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री श्री अवधेष कुमार सिंह, कृषि मंत्री श्री रामविचार राय, मुख्य सचिव श्री अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेषक श्री पी0के0 ठाकुर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर कटिहार जिला के तरफ से जिलाधिकारी कटिहार ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न भेंट किया। आयोजित चेतना सभा में सांसद श्री संतोष कुषवाहा, विधायक श्री नीरज कुमार, विधायक श्रीमती पूनम पासवान, विधायक श्री मनोहर प्रसाद सिंह, विधायक डाॅ0 शकील अहमद खान, पूर्व मंत्री श्री दुलालचंद गोस्वामी, आयुक्त पूर्णिया प्रमण्डल सुश्री टी0एन0 बिंदेष्वरी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अतीष चन्द्रा, मुख्यमंत्री केसचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, जिलाधिकारी कटिहार, पुलिस अधीक्षक कटिहार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।