मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज 379.57 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित ‘अटल पथ’ (आर0 ब्लॉक-दीघा पथ-फेज-1) का शिलापट्ट अनावरण कर एवं फीता काटकर लोकार्पण किया। अटल पथ आधुनिक बिहार के आधारभूत ढाँचे की
महत्वाकांक्षी एवं अनोखी परियोजनाओं में से एक है। अटल पथ परियोजना की परिकल्पना वर्ष 2009-10 में की गई थी। पटना-दीघा रेलवे लाईन की भूमि राज्य सरकार को हस्तांतरित करने का अनुरोध रेलवे से किया गया था।
मुख्यमंत्री के प्रयास से वर्ष 2018 में रेलवे द्वारा यह भूमि राज्य सरकार को हस्तांतरित की गई। यह कुल 71 एकड़ भूमि है, जिसके लिए राज्य सरकार ने 222 करोड़ रुपये रेल मंत्रालय को भुगतान किये हैं। यह पथ राजधानी पटना के सघन बसावट के क्षेत्र से गुजरता है। यह 4/6 लेन का मुख्य पथ है। साथ ही इसमें दोनों तरफ दो-दो लेन का सर्विस लेन है। पथ में तीन प्रमुख स्थानों पर एलिवेटेट सरंचना का निर्माण किया गया है। पथ को अत्याधुनिक तकनीक से 22
महीने के कम समय में ही पूरा किया गया है। बसावट क्षेत्र में ध्वनि प्रदूषण की रोकथाम के लिए विशेष यंत्र लगाये गये हैं। पथ में लाईटिंग की व्यवस्था के लिए इंटीग्रेटेड सोलर ग्रीड की स्थापना की जा रही है। सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से सी0सी0टी0वी0 कैमरे स्थापित किए गए हैं, जिसका नियंत्रण सचिवालय थाने को सुपुर्द कर दिया गया है। इसके निर्माण कार्य में प्रथम चरण में 297 करोड़ रुपये की लागत आयी है। दूसरे चरण का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसमें 69 करोड़ रुपये की लागत आएगी।