कोरोना वायरस से संबंधित तैयारियो को लेकर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने
1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी
जिलाधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से
कोरोना वायरस की संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए इलाज हेतु की गई तैयारियों की
विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव ने आप सबको मुम्बई से आने वाली
चार स्पेशल ट्रेनों के यात्रियों के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश दिया है। अन्य
बातों की भी जानकारी आप सबको दी है। इसके अलावा पुणे, केरल और बेंगलुरु से भी जो
ट्रेनों आ रही है, उसका भी स्टॉपेज पर उतरने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रखें। जो
स्पेशल ट्रेन से यात्री आ रहे हैं, उनके स्क्रीनिंग के बाद उन्हें अपने वाहनों से
घरों तक पहुंचाया जाए। रेल मंत्री को कम से कम ट्रेन चलाने के संबंध में मैंने
अपना सुझाव दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण से पूरा विश्व
प्रभावित है। इसकी दवा की अभी कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। इसके संक्रमण को रोकने
का सबसे महत्वपूर्ण तरीका सोशल डिस्टेंसिंग (सामाजिक एवं आपसी दूरी को बनाकर रखना)
है। जिलाधिकारी, पुलिस अधिक्षक, मेडिकल ऑफिसर लोगों को इस बात के लिए प्रेरित करें
कि वे ज्यादा से ज्यादा अपने घरों में रहें। माइक के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग
ग्रामीण इलाकों में भी इस संक्रमण के संबंध में लोगों को अवगत करायें। लोगों को इस
बात के लिए भी जागरुक करें कि वे अनावश्यक रुप से घरों से बाहर नहीं निकलें। सरकार
हर क्षण इस संक्रमण से उत्पन्न स्थितियों पर नजर बनाये हुए है। लोगों को भयभीत
होने की जरुरत नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से फ्लाइट, रेल या बस से जो भी यात्री आ रहे
हैं, उनकी सघन स्क्रीनिंग कराते रहें। जिलों में भी आवश्यक उपकरणों एवं अतिरिक्त
आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था सुनिश्चित रखें। आवश्यकता पड़ने पर यदि अतिरिक्त
आइसोलेशन वार्ड की जरुरत पड़ती है तो उसके लिए पूर्व में ही स्थान चिन्हित कर लिए
जाएं। उन्होंने कहा कि कल जनता कर्फ्यू के लिए आह्वान किया गया है। लोग अपने घरों
में ही रहें और इस पर भी चिंतन मनन करें कि कोरोना से निपटने के लिए क्या-क्या
किया जा सकता है। रात 9 बजे के बाद भी लोग घरों से न निकलें। अन्य दिनों में भी कम
से कम मूवमेंट करें। सभी लोग साफ सफाई का ध्यान रखें। राज्य के सीमावर्ती बॉर्डरों
पर आने वाले वाहनों की संख्या कम करायें और उस पर नजर रखें। जो भी बाहर से आ रहे
हैं, उन पर नजर रखें। उन्होंने कहा कि लोक शिकायत निवारण केंद्र, लोक सेवा केंद्र,
डीटीओ कार्यालय, निबंधन केंद्रों को भी बंद रखें। जेल में कैदी से मिलने वाले
लोगों पर रोक लगाएं। कैदियों की पेशी भी बंद कर दी गई है। पहले से ही स्कूल, कॉलेज
एवं संस्थान बंद हैं। इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए प्रत्येक नागरिक का सचेत
रहना नितांत आवश्यक है। हर व्यक्ति की सतर्कता ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव
का उपाय है।
बैठक के दौरान मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार ने जिलाधिकारियों को निर्देश
देते हुए तहा कि मुंबई से चार स्पेशल ट्रेनें आ रही है। इसके लिए बिहार में बक्सर,
आरा और दानापुर में तीन स्टॉपेज निर्धारित की गई है। वहां के जिलाधिकारी एवं एसपी
पर्याप्त संख्या में पुलिस बल एवं मेडिकल स्टॉफ रेलवे जंक्शन पर उपलब्ध रखें। जो
यात्री ट्रेन से उतरेंगे, उन्हें बसों में बिठाकर एक निश्चित जगह प ले जाएं। उन
पैसेंजरों का स्क्रीनिंग कराया जाए, उनका स्टैंपिंग किया जाए। उनका मोबाइल नंबर और
रजिस्ट्रेशन दर्ज कराया जाए। जो संदिग्ध हों, उन्हें कोरोंटाइन के लिए निर्धारित
जगह पर रखें। आइसोलेशन वार्ड की भी पूरी तैयारी रखें। इन यात्रियों की पूरी सूची
सभी जिलाधिकारियों को दे दी जायेगी ताकि वे अपने जिले में भी जायें तो उन पर
निगरानी रखी जा सके। चिकित्सकीय परामर्श के लिए 104 पर डायल कर सकते हैं। पीएचसी
में हमेशा कम से कम चार गाडियां उपलब्ध रखें। फोन और रजिस्टर भी मेनटेन रखें। रेस्टोरेंट
और ढ़ाबे को भी बंद रखें।
कृषि सह पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के सचिव ने बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू
से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वर्ड
फ्लू से मृत पक्षियों को गड्ढें में डालकर उसे ढ़क दें। उस जगह को सेनिटाइज करें।
मृत पक्षी को खुले हाथ से न छूयें। मृत पक्षी के आसपास के पोल्ट्री फॉर्म के
पक्षियों का भी मेडिकल जांच करायें। कोई शिकायत मिलती है तो पशुपालन निदेशालय के
नंबर 06122230944 पर जानकारी दें।
धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस
के संक्रमण को देखते हुए पूजा, आरती एवं राजभोग के लिए तीन लोग ही मंदिर के अंदर
जायेंगे और बाकि लोगों को मंदिर में नहीं जाने की सलाह दें।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, पुलिस
महानिदेशक श्री गुप्तेश्वर पांडेय, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन एवं गृह श्री
आमिर सुबहानी, प्रधान सचिव स्वास्थ्य श्री संजय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव
श्री चंचल कुमार, प्रधान सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन श्री दीपक कुमार
सिंह, भारत सरकार के प्रतिनिधि श्री अतीश चंद्रा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष
कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, सचिव परिवहन श्री संजय
अग्रवाल, सचिव कृषि सह पशु एवं मत्स्य संसाधन श्री एन सरवन कुमार, सचिव खाद्य
उपभोक्ता एवं संरक्षण श्री पंकज कुमार पाल, स्वास्थ्य विभाग के सचिव सह सीईओ राज्य
स्वास्थ्य सुरक्षा समिति श्री लोकेश कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य
पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के संयुक्त सचिव श्री मनोज
कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से
प्रमण्डलीय आयुक्त, जिलाधिकारी, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधिक्षक भी जुड़े थे।
जिलाधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आवश्यक सुझाव एवं अपने अनुभव
साझा किए।